इस्लामाबाद. पाकिस्तान इनदिनों बाढ़ की मार झेल रहा है. इस बीच मंगलवार को तीन अलग-अलग हमलों में कम से कम 22 लोगों की जान चली गई. जबकि कई लोग घायल हो गए. इन्हीं में एक धमाका क्वेटा के एक स्टेडियम की पार्किंग में हुआ. जिसमें 40 लोग घायल हो गए. जहां मंगलवार को भारी संख्या में बलूचिस्तान नेशनल पार्टी के कार्यकर्ता एकत्र हुए थे.
अधिकारियों के मुताबिक, पाकिस्तान में मंगलवार को तीन हमलों में कम से कम 22 लोगों की मौत हुई है. इनमें से 11 ऐसे लोग भी शामिल हैं जो दक्षिण-पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान में एक राजनीतिक रैली को निशाना बनाकर किए गए आत्मघाती हमले में मारे गए.
स्टेडियम की पार्किंग में हुआ धमाका
अधिकारियों ने बताया कि प्रांतीय राजधानी क्वेटा के एक स्टेडियम के पार्किंग स्थल में हुए विस्फोट में 40 अन्य लोग घायल हुए हैं. जहां बलूचिस्तान नेशनल पार्टी (बीएनपी) के सैकड़ों सदस्य एकत्र हुए थे. बता दें कि इसके साथ ही ईरान की सीमा के पास बलूचिस्तान में हुए एक और हमले में पांच लोगों की जान चली गई, वहीं ख़ैबर पख़्तूनख़्वा प्रांत में उनके अड्डे पर हुए एक आत्मघाती हमले में छह सैनिक मारे गए.
बीएनपी चला रही कल्याण के लिए अभियान
बता दें कि बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा और संसाधन संपन्न प्रांत है, बावजूद इसके यहां बहुत गरीबी है. यही नहीं मानव विकास सूचकांक में नियमित रूप से ये सबसे निचले पायदान पर रहता है. ऐसे में बीएनपी बलूच जातीय समूह के सदस्यों के कल्याण के अधिकारों और आर्थिक निवेश का आह्वान करते हुए अभियान चलाती है. जिसके तहत मंगलवार को यहां भारी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता इक_े हुए थे.
पिछले एक दशक से उग्रवाद से जूझ रहा है बलूचिस्तान
पाकिस्तान का बलूचिस्तान पिछले एक दशक से ज्यादा समय से उग्रवाद से जूझ रहा है. इस क्षेत्र में 2024 में हिंसा में तेज़ी से वृद्धि हुई है. जिसमें अब तक 782 लोग मारे जा चुके हैं. बलूचिस्तान में मंगलवार को एक घटना में ईरानी सीमा के पास गुजऱते समय एक देसी बम फटने से पांच अर्धसैनिक बल के जवान मारे गए. जबकि चार घायल हो गए. किसी भी समूह ने अब तक इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है.