रेलवे के सागर रनिंग रूम में 13 घंटे की ड्यूटी के बाद भी लोको पायलटों को नहीं मिले कमरे, बरामदे में घंटों इंतजार करते रहे

 

जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर रेल मंडल के सागर स्टेशन रनिंग रूम की हालत इन दिनों बहुत खराब है। लगातार 13-13 घंटे की ड्यूटी कर थक चुके लोको पायलटों, सहायक लोको पायलटों को समय पर कमरे और बिस्तर नहीं मिल पा रहे हैं। इसकी वजह से उन्हें मजबूरन बाहर बरामदे में ही आराम करना पड़ रहा है। कई बार शिकायत करने के बावजूद भी रेलवे इस समस्या को दूर करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।

ताजा मामला मंगलवार 9 सितम्बर को भी ऐसा ही एक मामला देखने को मिला। कोटा से 13 घंटे की मालगाड़ी ड्यूटी करके सुबह 5:15 बजे सागर रनिंग रूम पहुंचे लोको और सहायक लोको पायलट को बिस्तर नहीं मिले। पूछताछ करने पर पता चला कि वहां एक भी बिस्तर खाली नहीं था। रनिंग रूम के कर्मचारियों ने बताया कि यहां दोपहर से पहले किसी को बिस्तर मिलना मुश्किल है।

बरामदे में बैठे एक दर्जन लोको पायलट

इस अव्यवस्था के कारण करीब एक दर्जन लोको और सहायक लोको पायलट दोपहर तक बरामदे में ही बैठे रहे। बरामदे में बैठे और आराम करते इन पायलटों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं।

अधिकारियों से की शिकायत, रजिस्टर में भी कम्पलेंट

लोको पायलटों ने इस मामले की शिकायत रनिंग रूम के रजिस्टर में दर्ज कराई है। इसके साथ ही, उन्होंने कोटा मंडल के अधिकारियों को भी इस अव्यवस्था से अवगत कराया है। लोको पायलटों का कहना है कि सागर रनिंग रूम में काम करने वाले पायलटों की तुलना में स्पेयर आए पायलटों को प्राथमिकता दी जा रही है। विरोध करने पर उनसे कहा जाता है कि जो पहले आएगा, उसे पहले बिस्तर मिलेगा।

Post a Comment

Previous Post Next Post