जबलपुर। नेताजी सुभाषचंद्र मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलगुरु के शासकीय आवास पर सांप के बाद अब दुर्लभ प्रजाति की काली गोह निकली। जिसे देखते ही वहां रहने वाले लोगों में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंचे सर्प विशेषज्ञ ने गोह को पकड़कर जंगल में छोड़ा।
नेताजी सुभाषचन्द्र बोस आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलगुरु अशोक खंडेलवाल के शासकीय निवास पर आज दोपहर एक कक्ष में ढाई फीट लंबी काली गोह घुस गई। आवास पर कार्यरत कर्मचारी अजय कुड़े ने धीरे से कक्ष का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया और सर्प एवं वन्यप्राणी विशेषज्ञ गजेन्द्र दुबे को सूचना दी। जिन्होंने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू करते हुए गोह को पकड़कर जंगल में छोड़ दिया। गजेंद्र दुबे के अनुसार पकड़ी गई गोह मादा और दुर्लभ प्रजाति की है। गोह जहरीली नहीं होती है और बहुत ज्यादा परेशान करने पर ही आक्रामक होती है। ये छिपकली की प्रजाति है। इसका वैज्ञानिक नाम मॉनिटर लिजर्ड है। आमतौर पर इसे विष खोपरा भी कहते हैंए लेकिन यह पूरी तरह से विष हीन होती है। सर्प विशेषज्ञ ने बताया कि गुहेरा इससे छोटा होता है। लोगों के बीच आमधारणा है कि ये जहरीला होता है, परंतु ऐसा नहीं है। वास्तव में गोह या गुहेरा नाम मात्र भी जहरीले नहीं होते हैं। विलुप्त श्रेणी में आने के कारण इन्हें वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के अंतर्गत संरक्षित किया गया है। उमस से परेशान होकर ये दुर्लभ काली गोह कुलगुरु के आवास पर खाली पड़े कक्ष में घुस गई थी।