बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के मुद्दे पर लोकसभा में विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के बीच मणिपुर वस्तु और सेवा कर (संशोधन) विधेयक 2025 और मणिपुर विनियोग विधेयकए 2025 को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उन पर निशाना साधते हुए कहा कि मणिपुर के लिए घडिय़ाली आंसू बहाने वाले विपक्षी दल मणिपुर के हित में जो पैसा जा रहा है उसके खिलाफ बोल रहे हैं। नागर विमानन मंत्रालय ने आज लोकसभा को बताया कि इस साल नियामक और भू-राजनीतिक मुद्दों के कारण विमानन कंपनियों ने 2458 उड़ानें रद्द या पुनर्निर्धारित कीं। नागर विमानन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि देरी और रद्द होने के कारण विमानन कंपनियों को अतिरिक्त ईंधन, चालक दल का अतिरिक्त समय, रखरखाव, हवाई अड्डा शुल्क और पुन: बुकिंग खर्च सहित विभिन्न लागत उठानी पड़ती हैं। उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने तटीय पोत परिवहन विधेयक 2025 को चर्चा एवं पारित करने के लिए पेश किया। इसी बीच विपक्षी सदस्यों ने एसआईआर के मुद्दे पर हंगामा शुरू कर दिया। पीठासीन अध्यक्ष घनश्याम तिवाड़ी ने विधेयक पर बोलने के लिए जब सदस्यों के नाम पुकारे तो सत्ता पक्ष के सदस्यों ने ही अपनी बात रखी। विपक्ष के सदस्यों ने एसआईआर के मुद्दे पर चर्चा की मांग की। सदन के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आसन की अनुमति से कहा कि आज देश जिन समस्याओं का सामना कर रहा है उनका समाधान हमें मिलजुल कर निकालना है इसलिए सबकी इच्छा जिस मुद्दे पर चर्चा करने की है उसे ध्यान में रखा जाए। सदन के नेता एवं केंद्रीय मंत्री जे पी नड्डा ने कहा कि सदन नियमों के अनुसार ही चलेगा। विधेयक को संक्षिप्त चर्चा के बाद ध्वनिमत से मंजूरी दे दी गई।
राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित-
बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण आज राज्यसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बज कर तीस मिनट पर दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे की वजह से सदन में आज भी शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो पाया। हालांकि एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे बैठक शुरू होने पर विपक्ष के हंगामे के बीच ही पोत परिवहन विधेयक 2025 को ध्वनिमत से मंजूरी दे दी गई।