सेना की वर्दी पहनाकर ठगी कर रहा था रिटायर्ड जवान, 45 लाख ठगने का आरोप


जबलपुर।
सेना का एक रिटायर्ड जवान भोलेभाले लोगों को सेना में भर्ती कराने के लिए सेना की वर्दी पहनाता था। ज्वाइनिंग लेटर दिखाता था। और फिर उसने अपने जाल में फंसाकर कई लोगों से ठगी की। पुलिस ने प्रारंभिक जांच में 45 लाख रूपयों की ठगी सामने आना बताया है। 

रांझी पुलिस के मुताबिक ठगी का मास्टरमाइंड खुद सेना से रिटायर्ड जवान निकला है। आरोपी ने लोगों को आर्मी की वर्दी पहनने और देशसेवा का सपना दिखाकर लाखों की ठगी कर डाली। आरोपी का नाम राजेश कुमार राजभर है, जो सेना से लांस नायक पद से रिटायर्ड है। आरोपी लोगों को भारतीय सेना में नियुक्ति का झांसा देता था और इसके लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करता था। वह प्रत्येक अभ्यर्थी से मोटी रकम वसूल करता था।

मिलिट्री इंटेलिजेंस की सतर्कता से यह मामला सामने आया है। इंटेलीजेंस ने आरोपी के पास से आर्मी के फर्जी ज्वाइनिंग लेटर, राउंड स्टांप और अन्य कागजात बरामद किए गए हैं। अब तक की जांच में 11 लोगों से कुल 45 लाख रुपये ठगे जाने की बात सामने आई है। मिलिट्री इंटेलिजेंस ने आरोपी को रांझी पुलिस को सौंपा है। पुलिस का कहना है कि अब तक 4 लोग शिकायत लेकर सामने आए हैं और अन्य पीड़ितों की छानबीन की जा रही है।

फौजी रौब में फंसे लोग

रांझी थाना प्रभारी उमेश गोल्हानी ने बताया अरविंद कोल के पिता किशोरीलाल कोल जम्मू एंड कश्मीर आर्मी सिविल डिफेंस में कार्यरत थे। उनकी मौत 25 नवम्बर 2016 को हो गई। इसके बाद अरविंद की अनुकम्पा नियु​​क्ति की यह प्रक्रिया चल रही थी। उसकी मुलाकात विक्रम बत्रा गेट पर राजेश से हुई। राजेश ने अफसरों से पहचान का हवाला दिया और पांच लाख रुपए में अनुकम्पा​ नियु​क्ति दिलवाने का आश्वासन दिया था। अरविंद ने चार लाख 80 हजार रुपए दिए। राजेश ने उसे फर्जी ज्वाइनिंग लेटर थमा दिया। लेटर लेकर वह सेना के अफसरो के पास पहुंचा, तो उसे अपने साथ हुई ठगी का पता चला।

आरोपी राजेश ने पूजा गुप्ता से 12 लाख 30 हजार रुपए लिए। बेरोजगारों को भी लखनऊ कमाण्डेंट हॉ​स्पिटल में नौकरी का झांसा दिया। इसके बाद आरोपी ने सभी को डाक से अव्पाइनमेंट लेटर भेजा, लेकिन जब बेरोजगार सेना के अफसरों के पास पहुंचे, तो पता चला कि वे अव्पाइनमेंट लेटर फर्जी है। 

झांसे में फंसे ये लोग : 

भगवानदास राय से एक लाख 70 हजार, प्रीति घोष से चार लाख 65 हजार, अशोक कुशवाहा से दस लाख, संजय सेंगर से चार लाख, नीलम सिंह राजपूत से साढ़े तीन लाख, संतोष कोल से तीन लाख 75 हजार, संतोष कुमार से दो लाख 84 हजार और आशीष कोल से दो लाख 30 हजार।

- आरोपी रिटायर्ड जवान है और लोगों को आर्मी में भर्ती कराने का झांसा देकर धोखाधड़ी कर रहा था। अब तक लाखों रुपये की ठगी सामने आई है। मामले की जांच जारी है।

आकांक्षा उपाध्याय, उप पुलिस अधीक्षक

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