ओटावा. कनाडा की सबसे बड़ी एयरलाइन, एयर कनाडा में शनिवार सुबह से ही अफरा-तफरी का माहौल है। एयरलाइन के 10,000 से अधिक फ्लाइट अटेंडेंट्स (क्रू मेंबर्स) के अचानक हड़ताल पर चले जाने से सैकड़ों उड़ानों को रद्द करना पड़ा है। इस अप्रत्याशित हड़ताल का सीधा असर यात्रियों पर पड़ रहा है और अनुमान है कि इससे लगभग 100,000 से अधिक लोगों की यात्रा योजनाएं बाधित हो सकती हैं।
जानकारी के मुताबिक, यह हड़ताल वेतन और काम करने की शर्तों को लेकर हुए विवाद का नतीजा है। एयर कनाडा के फ्लाइट अटेंडेंट्स का प्रतिनिधित्व करने वाली यूनियन (कैनेडियन यूनियन ऑफ पब्लिक एम्प्लॉइज) लंबे समय से यह मांग कर रही है कि उनके सदस्यों को सिर्फ उड़ान के दौरान ही नहीं, बल्कि जमीन पर बिताए गए समय का भी भुगतान किया जाए। इसमें उड़ानों के बीच का समय और यात्रियों को विमान में चढ़ाने में लगने वाला वक्त भी शामिल है।
एयरलाइन ने आगामी चार वर्षों में 38 प्रतिशत की वेतन वृद्धि का प्रस्ताव दिया था, जिसमें पहले साल 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी शामिल थी। हालांकि, यूनियन ने इस पेशकश को अपर्याप्त बताते हुए खारिज कर दिया और हड़ताल का ऐलान कर दिया।
यात्रियों को हो रही भारी असुविधा को देखते हुए एयर कनाडा ने प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है। एयरलाइन चाहती है कि सरकार दोनों पक्षों को बाध्यकारी मध्यस्थता का आदेश दे ताकि इस गतिरोध को समाप्त किया जा सके। हालांकि, कर्मचारियों की यूनियन ने सरकार के इस तरह के किसी भी कदम का विरोध करने की बात कही है।
इससे पहले, शुक्रवार को वित्तीय सेवा फर्म टीडी कोवेन के विश्लेषकों ने भी एयरलाइन को चेतावनी दी थी कि यह हड़ताल एयरलाइन की सबसे महत्वपूर्ण तिमाही की कमाई को भारी नुकसान पहुंचा सकती है, जो श्रम लागत पर की गई किसी भी बचत से कहीं अधिक होगी।