केरल की नर्स निमिषा प्रिया की यमन में मौत की सजा रद्द, ग्रैंड मुफ्ती के ऑफिस ने की पुष्टि

 
नई दिल्ली.
यमन में हत्या के आरोप में फांसी की सजा पाए भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को लेकर एक बड़ी राहत भरी खबर सामने आई है। भारत के ग्रैंड मुफ्ती कंथापुरम एपी अबूबकर मुसलियार के कार्यालय ने सोमवार को एक बयान जारी कर बताया कि निमिषा की मौत की सजा को अब पूरी तरह रद्द कर दिया गया है।

हालांकि, बयान में यह भी स्पष्ट किया गया कि यमन सरकार से अभी आधिकारिक लिखित पुष्टि प्राप्त नहीं हुई है। बताया गया कि यमन की राजधानी सना में एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान यह फैसला लिया गया। एक मीडिया रिपोर्ट के मताबिक, यह जानकारी ग्रैंड मुफ्ती के कार्यालय द्वारा दी गई है। वहीं, विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने इस मामले पर सावधानी बरतते हुए कहा है कि इस केस को लेकर कुछ गलत जानकारियां सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से साझा की जा रही हैं, जिनकी पुष्टि नहीं हुई है।

केरल के पलक्कड़ की रहने वाली 34 वर्षीय नर्स निमिषा प्रिया वर्ष 2008 में नौकरी के सिलसिले में यमन गई थीं। वहां उन्होंने स्थानीय नागरिक तालाल अब्दो महदी के साथ साझेदारी में एक क्लिनिक खोला। लेकिन बाद में उनके रिश्ते बिगड़ गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महदी ने उनका उत्पीडऩ शुरू कर दिया और खुद को उनका पति बताने लगा। इतना ही नहीं, उसने निमिषा का पासपोर्ट भी जब्त कर लिया, जिससे वह भारत न लौट सकें।

बताया जाता है कि 2017 में निमिषा ने कथित तौर पर अपना पासपोर्ट वापस पाने के लिए महदी को बेहोश करने की कोशिश की, लेकिन ओवरडोज़ के चलते उसकी मौत हो गई। इसके बाद यमनी प्रशासन ने निमिषा को गिरफ्तार कर लिया। 2018 में उन्हें हत्या का दोषी ठहराया गया और 2020 में मौत की सजा सुनाई गई।

यह मामला जल्द ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आ गया। मानवाधिकार संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने निमिषा की रिहाई के लिए अभियान चलाया। स्थिति तब और गंभीर हो गई जब दिसंबर 2024 में यमन के राष्ट्रपति रशाद अल-आलीमी और जनवरी 2025 में हूती विद्रोही नेता महदी अल-मशात ने फांसी की मंजूरी दे दी।

इसके बाद भारत में कूटनीतिक और धार्मिक स्तर पर सक्रिय प्रयास किए गए। इसी क्रम में अब ग्रैंड मुफ्ती के कार्यालय ने सूचित किया है कि यमन की उच्च स्तरीय बैठक में निमिषा प्रिया की मौत की सजा को पूरी तरह रद्द कर दिया गया है। फिलहाल भारत सरकार और विदेश मंत्रालय यमन की आधिकारिक पुष्टि का इंतजार कर रहे हैं। यदि यह खबर औपचारिक रूप से पुष्टि हो जाती है, तो यह निमिषा प्रिया और उनके परिवार के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी।

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