हालांकि भारत पहले ही साफ कर चुका है कि वह पाकिस्तान के साथ सिर्फ पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) व आतंकवाद के मुद्दे पर ही बात करेगा। यह पहली बार नहीं है जब शरीफ ने भारत के साथ बातचीत का प्रस्ताव दिया है। इससे पहले मई में शरीफ ने ईरान दौरे पर भी कहा था कि पाकिस्तान शांति चाहता है और इसके लिए भारत से बातचीत को तैयार है। उन्होंने कहा था कि हम कश्मीर सहित अपने सभी मुद्दों को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के मुताबिक हल करेंगे। हम अपने पड़ोसी के साथ सिंधु नदी से जुड़े मुद्दों पर शांति से बात करने के लिए तैयार हैं। हम व्यापार को बढ़ावा देने और आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भी बात करने को तैयार हैं, बशर्ते भारत गंभीर हों। शरीफ और मैरियट ने दक्षिण एशिया और मिडिल ईस्ट के हालात व पाकिस्तान-ब्रिटेन संबंधों पर चर्चा की। शरीफ ब्रिटेन के उस फैसले का स्वागत कियाए जिसमें पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की उड़ानों को फिर से इंग्लैंड शुरू करने की इजाजत दी गई। शरीफ ने ब्रिटेन के किंग चार्ल्स थर्ड व प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के लिए शुभकामनाएं दीं और साल के आखिर में ब्रिटिश लीडरशिप से मुलाकात की उम्मीद जताई।