पटना. बिहार में नालंदा के पावापुरी गांव में उस समय सनसनी फैल गई जब एक ही परिवार के पांच लोगों ने जहर खा लिया। जानकारी के अनुसार जहर खाने से चार की मौत हो गई है जबकि एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
धर्मेंद्र ने लगभग छह माह पहले कपड़ों की दुकान शुरू की थी, लेकिन बिजनेस में उनका लगातार नुकसान हो रहा था। इसके कारण वह आर्थिक संकट में थे। धर्मेंद्र ने श्री काली मां साड़ी सेंटर के नाम से दुकान खोली थी। धर्मेंद्र कुमार के ऊपर लगभग पांच लाख रुपए का कर्ज हो गया था। इस वजह से वो लगातार तनाव में थे। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि इसी तनाव के कारण परेशान होकर धर्मेंद्र कुमार ने ये खौफनाक कदम उठा लिया। धर्मेंद्र ने पूरे परिवार को सल्फास खाने के लिये दिया था। हालांकि पुलिस ने अभी इस दर्दनाक घटना के पीछे की वजह की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
जहर खाने के बाद पांचों लोगों की तबीयत बिगडऩे लगी, सभी को तुरंत इलाज के लिए विंस अस्पताल में एडमिट कराया गया, जहां 4 लोगों ने दम तोड़ दिया। शेखपुरा जिले के निवासी धर्मेंद्र कुमार अपनी पत्नी सोनी कुमारी, बिटिया दीपा, अरिका और बेटे शिवम कुमार के साथ पावापुरी गांव में जल मंदिर के सामने एक किराए के मकान में रह रहे थे। बताया जा रहा है कि परिवार में धर्मेंद्र कुमार का सबसे छोटा बेटा सुरक्षित है क्योंकि उसने जहर नहीं खाया था। उसने सल्फास की गोली फेंक दी थी।