दो महीने पहले महिला ने पति की हत्या की थी. इसके बाद वो गुजरात के बिल्लिमोरा चली गई. जाते वक्त पति के घरवालों को बताया कि वह नौकरी के लिए बाहर चले गए हैं. हालांकि, जब घरवालों को बेटे की कोई खबर नहीं मिली और फोन पर संपर्क नहीं हो पाया तो शक हुआ. बेटे की पत्नी उनके शक के दायरे में आ गई. पति के घरवालों ने पुलिस में गुमशुदगी की लिखिति शिकायत दी. इसके बाद जांच में पता चला कि हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि पत्नी ने ही की थी. हत्या के बाद शव के टुकड़े करके शौचालय के टैंक में फेंक दिया था.
ऐसे हुआ शक
यशवंत के बारे में पूछे जाने पर प्रभा यह कहकर बात टाल देती थी कि यशवंत मजदूरी के लिए गुजरात के बिलीमोरा चला गया है. जब बारिश के दिनों में भी यशवंत घर नहीं लौटा तो उसके माता-पिता को शक हुआ. परिवार ने देखा कि घर के आंगन में एक जगह गड्ढा खोदकर उसे गोबर और मिट्टी से ढका गया है. बार-बार पूछे जाने पर प्रभा टालमटोल करती रही, जिससे परिवार वालों को प्रभा के ऊपर शक और गहरा हो गया. इसके बाद परिवार ने सुरगाणा पुलिस थाने में शिकायत की.
पति की चप्पल ने खोला राज
शिकायत के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और प्रभा से पूछताछ की. इसके बाद आंगन के गड्ढे की खुदाई की गई. हालांकि, कुछ भी हाथ नहीं लगा. दो दिन बीते और फिर एक चौंकाने वाली घटना हुई. यशवंत के भाई उत्तम की पत्नी मेथू प्रभा के घर आई. उसने देखा कि प्रभा अपने पैरों के नीचे यशवंत की चप्पल छिपा रही है. यह देखकर मेथू ने यह बात अपने पति उत्तम को बताई. उत्तम ने घर में खोजबीन की तो शौचालय के पुराने सेप्टिक टैंक से सड़ी-गली बदबू आ रही थी. वहां मच्छरों का जमावड़ा था. जब उसने टैंक की मिट्टी हटाई तो अंदर से कटा शव मिला.
कुल्हाड़ी से पति की हत्या की
पुलिस ने दोबारा प्रभा को हिरासत में लिया और सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. उसने पुलिस को बताया कि उसने ही कुल्हाड़ी से वार कर पति की हत्या की. उसने शव के गर्दन, धड़ और हाथ-पैर के तीन टुकड़े किए और फिर उन्हें एक बोरे में भरकर सेप्टिक टैंक में फेंक दिया. उससे बदबू न फैले, इसके लिए टैंक में केमिकल्स भी डाले. पुलिस ने प्रभा को हत्या, सबूत छुपाने और शव को नष्ट करने के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. हत्या का मकसद अभी साफ नहीं हो पाया है. पुलिस घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच कर रही है.