गोरखपुर। महाकुंभ 2025 में आस्था की डुबकी लगाने जा रहे श्रद्धालुओं की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सोमवार रात गोरखपुर से प्रयागराज जाने वाली मेला स्पेशल ट्रेन 20 घंटे की देरी के बाद मंगलवार शाम लगभग 6 बजे रवाना हुई। इस दौरान श्रद्धालु रेलवे स्टेशन पर पूरी रात और दिन ट्रेन का इंतजार करते रहे। जैसे ही ट्रेन प्लेटफार्म नंबर दो पर पहुंची, सीट पाने के लिए धक्का-मुक्की की नौबत आ गई।
ट्रेनों की संख्या बढ़ी, लेकिन भीड़ का दबाव बरकरार
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलवे प्रशासन ने गोरखपुर समेत विभिन्न स्टेशनों से कुल 50 मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं, जिनमें से आधा दर्जन ट्रेनें गोरखपुर जंक्शन से रवाना हो रही हैं। इसके बावजूद रेलवे स्टेशन पर यात्रियों का सैलाब उमड़ा हुआ है, जिससे प्लेटफार्म पर हर समय भारी भीड़ बनी हुई है।
देरी, रूट परिवर्तन और रद्द हो रही ट्रेनें
मेला स्पेशल ट्रेनों की संख्या अधिक होने और ट्रैफिक दबाव के चलते कई ट्रेनें घंटों देरी से चल रही हैं। कुछ ट्रेनों को निरस्त किया जा रहा है, तो कुछ के रूट बदले जा रहे हैं। इसके अलावा, कई ट्रेनें रास्ते में अनिर्धारित स्टेशनों पर भी रोकी जा रही हैं, जिससे आम यात्रियों को भी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
दोनों ओर इंजन लगाने के बावजूद देरी
रेलवे प्रशासन ने ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए विशेष प्रबंध किए हैं, यहां तक कि मेला स्पेशल ट्रेनों में दोनों ओर इंजन लगाए जा रहे हैं। बावजूद इसके गोरखपुर से चलने वाली क्लोन चौरी चौरा एक्सप्रेस विलंबित हो गई, जिससे सैकड़ों श्रद्धालुओं को कठिनाई हुई। कुछ यात्री निराश होकर घर लौट गए, जबकि कुछ ने रोडवेज बसों का सहारा लिया।
महाशिवरात्रि तक रह सकती है यह स्थिति
रेलवे अधिकारियों और जानकारों के मुताबिक, महाशिवरात्रि स्नान पर्व तक इस तरह की भीड़ बनी रहने की संभावना है। हालांकि, रेलवे प्रशासन ने व्यवस्था को सुचारू करने के लिए अपनी तैयारियों को और मजबूत करने का दावा किया है। अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में स्थिति कितनी सुधरती है।