दिल्ली हादसे के बाद अनरिजर्व टिकटिंग में संभावित बदलाव, जनरल कोच में यात्रा होगी अधिक व्यवस्थित



भारतीय रेलवे प्रतिवर्ष सात करोड़ से अधिक यात्रियों को उनकी मंज़िल तक पहुंचाता है। इनमें से करीब 20 फीसदी यात्री एसी कोच से सफर करते हैं, जबकि 80 फीसदी यात्री नॉन-एसी कोच, यानी स्लीपर और जनरल क्लास में यात्रा करते हैं। जनरल क्लास में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या स्लीपर कोच के मुकाबले अधिक होती है।

हाल ही में नई दिल्ली में हुए हादसे के दिन सामान्य दिनों की तुलना में जनरल टिकटों की बिक्री में लगभग डेढ़ गुना वृद्धि देखी गई। जहां आमतौर पर रोजाना करीब 5000 जनरल टिकट बिकते थे, वहीं 15 फरवरी को 2600 अतिरिक्त टिकट जारी किए गए।

जनरल टिकट बिक्री पर रेलवे का पुनर्विचार रेलवे सूत्रों के अनुसार, त्योहारों जैसे होली, दिवाली और छठ के दौरान अक्सर देखा जाता है कि जनरल टिकटों की बिक्री ट्रेनों की वास्तविक क्षमता से अधिक हो जाती है। इससे ट्रेनों में अत्यधिक भीड़ बढ़ जाती है और यात्रियों को असुविधा होती है। कई बार जनरल क्लास के यात्री एसी और स्लीपर कोच में चढ़ने को मजबूर हो जाते हैं, जिससे अन्य यात्रियों को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए रेलवे जनरल टिकटों की बिक्री को ट्रेनों की क्षमता के अनुसार सीमित करने पर विचार कर रहा है। इससे न केवल अनावश्यक भीड़ को रोका जा सकेगा, बल्कि हादसों की संभावना भी कम होगी।

जनरल टिकट पर ट्रेन नंबर की प्रिंटिंग का प्रस्ताव रेलवे प्रशासन इस बात पर भी विचार कर रहा है कि भीड़भाड़ वाले दिनों में जनरल टिकट पर यात्रा करने वाली ट्रेन का नंबर प्रिंट किया जाए। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि किस ट्रेन में कितने जनरल टिकटधारी यात्री यात्रा करेंगे। हालांकि, रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस प्रस्ताव को लागू करने से पहले इसके व्यावहारिक पहलुओं पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है, क्योंकि केवल टिकट बिक्री को सीमित कर देना पर्याप्त समाधान नहीं होगा।

ट्रेनों में चार अनिवार्य जनरल कोच रेलवे ने हाल ही में ट्रेनों में जनरल कोचों की संख्या को नियमित करने का निर्णय लिया है। अब प्रत्येक नियमित ट्रेन में न्यूनतम चार जनरल कोच अनिवार्य रूप से लगाए जाएंगे। पहले मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में जनरल कोचों की संख्या एक, दो, तीन या चार के बीच भिन्न होती थी।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में जानकारी दी थी कि रेलवे वर्तमान में जनरल कोचों के निर्माण में तेजी ला रहा है। अब तक 1200 कोच तैयार किए जा चुके हैं और मार्च 2025 तक 200 और कोच जोड़ने की योजना है। इस प्रकार, कुल 1400 नए जनरल कोच ट्रेनों में शामिल किए जाएंगे।

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