नई दिल्ली रेलवे स्टेशन सहित अन्य प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर महाकुंभ जाने वाले यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। 15 फरवरी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ की घटना के बाद रेलवे प्रशासन ने सुरक्षा के इंतजाम और कड़े कर दिए हैं। भीड़ नियंत्रण और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे ने एक नया सुरक्षा प्लान लागू किया है, जिसमें आरपीएफ और रेलवे पुलिस की अतिरिक्त तैनाती की गई है। अब बिना टिकट यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है।
सुरक्षा को लेकर रेलवे का सख्त रवैया
महाकुंभ की तीव्र भीड़ को देखते हुए रेलवे ने अनारक्षित टिकटों की बिक्री पर कड़ी निगरानी रखी है। यात्रियों की अत्यधिक संख्या को देखते हुए रेलवे ने अतिरिक्त अनारक्षित गाड़ियों का संचालन किया। शनिवार, 22 फरवरी की शाम प्रयागराज के लिए पांच विशेष ट्रेनें चलाई गईं, जिससे यात्रियों को असुविधा का सामना न करना पड़े।
स्टेशन पर नई व्यवस्थाएं लागू
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भीड़ प्रबंधन के लिए आरक्षित और अनारक्षित यात्रियों के लिए अलग-अलग एंट्री प्वाइंट बनाए गए हैं। गेट नंबर 11 से केवल अनारक्षित टिकट धारकों को प्रवेश दिया जा रहा है, जिससे भीड़ को नियंत्रित करने में मदद मिल रही है। इसके अतिरिक्त, नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन के पास एक अस्थायी विश्राम स्थल भी स्थापित किया गया है, जहां यात्रियों के लिए टिकट काउंटर और इंक्वायरी सेंटर बनाए गए हैं।
वॉर रूम से सीधी निगरानी
महाकुंभ के अंतिम सप्ताह में संभावित भीड़ को ध्यान में रखते हुए रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव खुद वॉर रूम से स्थिति पर नजर रख रहे हैं। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार वर्मा नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मौजूद रहकर व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे हैं। रेलवे प्रशासन हर घंटे अनारक्षित टिकटों की बिक्री का आकलन कर रहा है ताकि आवश्यकता पड़ने पर और भी अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जा सकें।
अनारक्षित टिकटों की बिक्री में भारी वृद्धि
शनिवार, 22 फरवरी को हजारों यात्रियों ने प्रयागराज के लिए अनारक्षित टिकट खरीदीं, जिससे स्टेशन पर यात्रियों की संख्या सामान्य दिनों की तुलना में कई गुना अधिक हो गई। इसे ध्यान में रखते हुए रेलवे ने हर घंटे अतिरिक्त ट्रेनें चलाईं, जिससे भीड़ को प्रभावी तरीके से नियंत्रित किया गया और यात्रियों की यात्रा को सुगम बनाया गया।
रेलवे प्रशासन की इस योजनाबद्ध रणनीति से महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं को राहत मिली है और संभावित अव्यवस्था को रोकने में सफलता हासिल हुई है।