सिहोरा । तहसील के अंतर्गत रमखिरिया संकुल के तहत संचालित प्राइमरी स्कूल सिमरिया मानगांव का जर्जर भवन बड़ी दुर्घटना को खुला आमंत्रण दे रहा है । शिक्षा विभाग के आला अधिकारी बेफिक्र बने हुए हैं। ज्ञात हो की प्राथमिक विद्यालय सिमरिया का यह भवन सन 1970 में भूमि दान दाता शारदा प्रसाद जानकी प्रसाद पालीवाल के द्वारा दान की गई भूमि पर जन सहयोग व शासकीय राशि से यह भवन बनाया गया था। जिसमें लगभग 30 साल तक प्राइमरी स्कूल का संचालन होता रहा फिर शिक्षा विभाग के द्वारा उक्त विद्यालय हेतु नया भवन बनाया गया नए। भवन के बनते ही लगभग 20 साल पहले यह विद्यालय नए भवन मे संचालित होने लगा तब से यह भवन खंडहर नुमा भवन शो पीस की तरह खड़ा हुआ है, जो की पूर्ण रूप से जर्जर हो चुका है। स्कूल की दीवारें सरिया, फर्श आदि सब नष्ट हो चुकी है। इस जर्जर भवन के मुख्य द्वार पर लगा गेट खुला रहने से गांव के बच्चे भी इसके अंदर कभी कभार खेलने पहुंच जाते हैं। वहीं आवारा मवेशी भी इस विद्यालय में अपना डेरा जमाए रहते हैं । असमाजिक तत्व भी समाज विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते है। गांव के लोगों ने बताया की इस जर्जर भवन के प्रांगण में गांव की नाली व हैंडपंप का गंदा पानी यहीं पर भर जाता है, जिससे इस भवन का भूमिगत ढांचा भी कमजोर हो चुका है और इस भवन में घास झाडिय़ां जम चुकी है ।
पिछले साल कलेक्टर दे चुकें निर्देश
पिछले वर्ष बारिश के मौसम में जर्जर भवनों को डिसमेंटल करने का आदेश जबलपुर में पदस्थ रहे तत्कालीन कलेक्टर डां. इलैयाराजा टी ने शिक्षा विभाग को दिया था, जिसके तहत सिहोरा विकासखंड समेत जिले के अनेक विकास खंडों में जर्जर भवनों को चिन्हित कर सूची तैयार कर उन्हें ध्वस्त कर दिया
गया था । परंतु न जाने प्राथमिक विद्यालय सिमरिया के संस्था प्रमुख द्वारा इस विद्यालय को डिस्मेंटल करने की कार्यवाही क्यों नहीं की गई। गांव के मनीष पालीवाल, मोहन सिंह, भगवान दास पटेल, बंसीलाल गोंटिया, पुरुषोत्तम राजभर, सुशील राजभर ने प्रशासन से इस ओर ध्यान देने की मांग की है।
इन्होनें कहा...
प्राइमरी स्कूल सिमरिया के जर्जर भवन की विस्तृत जानकारी संस्था प्रमुख से ली जावेगी, भवन की जांच कर डिस्मेंटल कराने की प्रक्रिया अपनाई जावेगी।
अशोक उपाध्याय, विकास खंड शिक्षा अधिकारी, सिहोरा
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