जबलपुर । पश्चिम मध्य रेल अंतर्गत जबलपुर के रेलवे अस्पताल में मरीज के साथ की गई लापरवाही का मामला सामने आया है। जहां पर डाक्टरों के अभाव के चलते रेलवे से रिटायर एक बुजुर्ग की मृत्यु हो गई है। जानकारी के मुताबिक आज गुरूवार को रेलवे अस्पताल की घोर लापरवाही के चलते महाप्रबंधक कार्यालय अधीक्षक रंजन सिंह के पिता गौरीशंकर सिंह का दुखद निधन हो गया ।
इस मामले में उनके परिजनों ने बताया कि गौरीशंकर सिंह रेलवे के सेवानिवृत कर्मचारी थे, रेलवे हॉस्पिटल जबलपुर से उनका इलाज चलता था, इसी दौरान अचानक उनके सीने में दर्द होने के कारण डॉक्टर कमलेश द्वारा उन्हें आदित्य हॉस्पिटल जबलपुर रेफर कर दिया था। जहां पर आदित्य हॉस्पिटल में उनका बीते दिवस 23 जून को बायपास सर्जरी की गई। जहां पर वे बिलकुल ठीक हो गए थे ।
दबाव बनाकर दोबारा किया रेलवे अस्पताल में शिफ्ट
मृतक के परिजनों के मुताबिक आदित्य हॉस्पिटल में वे बिलकुल ठीक थे, लेकिन आज डॉक्टर कमलेश के द्वारा दवाब बना कर उन्हें जबरजस्ती रेलवे हॉस्पिटल शिफ्ट कर दिया गया, जबकि आज बकरीद की छुट्टी है। जिस कारण अस्पताल में स्टॉफ की कमी थी। इसी दौरान उनके पिता को रेलवे अस्पताल में सांस लेने की दिक्कत होने लगी और कुछ ही देर में उनका निधन हो गया ।
पहले भी कई मरीजों को भिजवा चुका निजी अस्पताल
इस मामले की जब पड़ताल की गई तो सूत्रों से पता चला कि रेलवे अस्पताल के कई डाक्टर्स मरीज के परिजनों पर दबाव डालकर उन्हें गंभीर स्थिति का हवाला देकर शहर के निजी अस्पतालों में जाने के लिए कहते हैं। जहां पर मरीज़ को भेजकर उन्हें मोटी रकम कमीशन के तौर पर मिलती है। लेकिन इस मामले में सूत्रों ने बताया कि मरीज को निजी अस्पताल भिजवाने के बाद डाक्टर और अस्पताल प्रबंधन के बीच कमीशन को लेकर कुछ आनाकानी हुई। जिसके बाद डाक्टर ने मृतक के परिजनों पर दबाव डालकर उन्हें वापस रेलवे अस्पताल बुला लिया, जहां पर मरीज की मृत्यु हो गई ।