ईरान के बाद अफगानिस्तान ने पाक के खिलाफ खोला मोर्चा, तालिबान के साथ बातचीत पर UN में की शिकायत

नई दिल्ली : ईरान के बाद अफगानिस्तान ने पाकिस्तान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. अफगानिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है. अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि तालिबान के साथ चर्चा को लेकर पाकिस्तान सरकार ने उनसे कोई मश्वरा नहीं लिया है. अफगानिस्तान ने इसे न केवल चल रहे शांति प्रयासों को कमजोर करने बल्कि अफगानिस्तान की राष्ट्रीय संप्रभुता और UNSC रेसोल्यूशन 1988 का उल्लंघन  बताया है. तालिबान के प्रतिनिधि 18 फरवरी को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और शीश अधिकारीयों के साथ बैठक करेंगे.  अफगानिस्तान में 17 साल से चल रहे खून-खराबे को खत्म करने के लिए मौजूदा शांति वार्ता के तहत यह बातचीत होगी.
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने एक बयान में कहा, ‘पाकिस्तान सरकार के औपचारिक निमंत्रण पर 18 फरवरी को इस्लामी अमीरात और अमेरिका के वार्ताकारों के बीच इस्लामाबाद में एक और बैठक होनी है.’  बयान में कहा गया है कि तालिबान का प्रतिनिधिमंडल इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री इमरान खान से भी मुलाकात करेगा. तालिबान की ओर से की गयी घोषणा पर अमेरिका और पाकिस्तान की तरफ से पुष्टि नहीं की गई है.
पाक को ईरान की चेतावनीपाकिस्तान न सिर्फ भारत बल्कि पडोसी मुल्कों में भी अशांति फ़ैलाने की कोशिश कर रहा है. ईरान ने कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तान को चेतावनी दी है. इस हफ्ते ईरान के खास प्रशिक्षित बल रिवोल्यूशनरी गार्ड्स पर हमला किया था. जांच में पता चला  कि आत्मघाती हमलावर पाक से आया था. हमलावर को पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी ने ट्रेनिंग दी थी. बुधवार को हुए हमले में रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के 27 कमांडो मारे गए थे. ईरान ने कहा है कि पाकिस्तान को इस हमले के लिए बड़ी कीमत चुकानी होगी. ईरानी सत्ता में रिवोल्यूशनरी गार्ड्स का खास रुतबा है.
भारत ने MFN का दर्जा लिया वापसपुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को करारा झटका दिया है. आर्थिक मोर्चे पर कड़ी कार्रवाई करते हुए भारत ने पाकिस्तान से आयात होने वाले  सभी सामानों पर सीमाशुल्क तत्कार प्रभाव से बढ़ाकर 200 फ़ीसदी कर दिया. इससे पहले भारत ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया था. गुरुवार को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाक के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया. सीआरपीएफ के काफिले पर हमला ह्आ था, जिसमें 20 जवान शहीद हो गए. जैश ए मोहम्मद मे इस हमले की जिम्मेदारी ली. आतंकी ने श्रीनगर-जम्मू हाई-वे पर अपनी विस्फोटकों से लदी एसयूवी सीआरपीएफ की बस से टकराकर उसमें विस्फोट कर दिया. धमाका इतना जबरदस्त था कि बस के परखच्चे उड़ गए और आस पास जवानों के शव टुकड़ों में सड़क पर बिखेर गए. जैश ए मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. पुलिस ने आतंकवादी की पहचान पुलवामा के काकापोरा के रहने वाले आदिल अहमद के तौर पर की है.

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