जबलपुर। रेल डिवीजन स्तर पर साल में चार बार पार्टिशिपैशन ऑफ रेल एम्प्लाइज इन मैनेजमेंट(प्रेम) मीटिंग करने का नियम होने के बावजूद हाथ पर हाथ धरे बैठे मंडल रेल प्रशासन को साढ़े 4 साल बाद अचानक इसकी याद आई। डीआरएम डॉ मनोज सिंह ने इस बैठक के लिए 14 फरवरी वेलेंटाइन डे का दिन चुना। बैठक में उन्होंने सबके प्रति प्रेम दिखाते हुए सबकी सलाह, मांग पर हां-हां की झड़ी लगाई।
डीआरएम कार्यालय में लंबे अंतराल के बाद हुई प्रेम मीटिंग में वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ(WCRMS), ऑफिसर्स एसोसिएशन, आरपीएफ एसोसिएशन, एस टी एस सी एसोसिएशन, ओबीसी एसोसिएशन के पदाधिकारी मौजूद रहे। प्रेम मीटिंग करने का मुख्य उद्देश्य रेल डिवीजन की उत्पादकता, अर्निंग, लोडिंग, यात्री सुविधाओं, रेल कर्मचारियों व उनके परिवार को सुविधाएं देने जैसे मुद्दों पर मंथन और निर्णय को लेकर बुलाई जाती है। मीटिंग में मजदूर संघ के मंडल अध्यक्ष एस एन शुक्ला, मंडल सचिव डी पी अग्रवाल, एस के वर्मा ने रेल कर्मचारियों, उनके परिवारजनों की सुविधाएं बढ़ाने, रेल कालोनियों की अव्यवस्थाएं दूर करने सहित कई मांगें रखी, जिनपर डीआरएम श्री सिंह ने सकारात्मक आश्वासन दिया। इस संबंध में मजदूर संघ के जोनल महामंत्री अशोक शर्मा से संपर्क किये जाने पर उनका कहना था कि प्रेम मीटिंग नियमानुसार साल में 4 बार होना चाहिए, लेकिन जबलपुर रेल डिवीजन प्रशासन ने साढ़े चार साल में प्रेम मीटिंग की। ऐसे में प्रेम मीटिंग करने के उद्देश्य समय पर कैसे पूरे हो पाएंगे।
Tags
railway