बांधवगढ़ में तीन साल में 15 बाघों के बढ़ने का अनुमान


बाघ गणना की तैयारियां हुईं तेज, इस बार तेंदुआ,हाथी और बायसन भी गिनती में आएंगे , पेपरलेस होगी पूरी काउंटिंग, एप का अपडेट वर्जन होगा यूज

जबलपुर। नवंबर से शुरु होने वाली बाघ गणना की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है,लेकिन इतना तय हो चुका है कि इस बार बाघों के साथ तेंदुआ, हाथी और बायसन की गिनती भी की जाएगी। इस बार की काउंटिंग कागजी नहीं होगी,बल्कि सारे आंकड़े एम-स्ट्राइप एप में दर्ज किए जाएंगे। पिछले सर्वे की कमियों को सुधारते हुए इस बार ऐप को और बेहतर बनाया गया है। गणना के लिए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के 1300 वर्ग मीटर और उमरिया, शहडोल व कटनी के लगभग 1900 स्क्वायर मीटर सामान्य वन क्षेत्र में कुल 3200 स्क्वायर मीटर क्षेत्र को सर्वे के लिए शामिल किया गया है। वहीं, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रशासन ने गणना को लेकर काम करना शुरु कर दिया है। अंतिम गणना 2022 में हुई थी। 

-चार चरणों में होगा सर्वे

जानकारी के अनुसार,पार्क प्रबंधन नवंबर से जनवरी के बीच चार चरणों में बाघ गणना का कार्य करेगा। इसके लिए 2.2 स्क्वायर मीटर के अंतराल पर 1600 प्वाइंट चिह्नित किए जा रहे हैं, जहां कैमरा ट्रैप लगाए जाएंगे। ये कैमरे बाघों सहित अन्य वन्यजीवों की गतिविधियों को भी रिकॉर्ड करेंगे। 2022 की गणना में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 165 बाघों की मौजूदगी दर्ज की गई थी। अब इनकी संख्या 180 से अधिक होने का अनुमान है। ताला रेंज के साथ ही खितौली और पतौर में भी मूवमेंट अधिक है। सामान्य वन क्षेत्रों में भी बाघों की सक्रियता है। 

-वर्जन

प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरु,संसाधन जुटा रहे

गणना के लिए हमने आवश्यक प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ कर दिए हैं। जरूरी संसाधनों को जुटाया जा रहा है और उन्हें अपग्रेड भी किया जा रहा है। अगली गणना पूरी तरह से ऑनलाइन की तैयारी है।

डॉ. अनुपम सहाय, क्षेत्र संचालक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व 


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