गरियाबंद. छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में गुरुवार 11 सितम्बर को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है। रुक-रुककर फायरिंग हो रही है। मैनपुर के जंगलों में चल रही मुठभेड़ में दस नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। चर्चा है कि इस एनकाउंटर में एक करोड़ के इनामी नक्सली मनोज मोडेम उर्फ बालकृष्ण के भी मारे जाने की खबर है। रायपुर संभाग के आईजी अमरेश मिश्रा और गरियाबंद जिले के एसपी निखिल राखेचा मुठभेड़ की पुष्टि की है।
रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा ने बताया कि मैनपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत जंगल में उस समय मुठभेड़ शुरू हो गई जब सुरक्षाकर्मी नक्सल विरोधी अभियान पर सर्चिंग पर थे। इस अभियान में विशेष कार्य बल (एसटीएफ), कोबरा (सीआरपीएफ की एक विशिष्ट इकाई - कमांडो बटालियन फॉर रेज़ोल्यूट एक्शन) और अन्य राज्य पुलिस इकाइयों के जवान शामिल हैं। रुक-रुक कर फायरिंग जारी है। जमीनी स्तर से मिली जानकारी के अनुसार, कम से कम आठ नक्सली मारे गए हैं। विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।
आईडी ब्लास्ट में दो जवान घायल
दूसरी ओर प्रदेश के दंतेवाड़ा जिले के थाना मालेवाही क्षेत्र में आज गुरुवार की सुबह नक्सलियों ने जवानों की एक बटालियन को टारगेट करते हुए आईडी ब्लास्ट किया। इस घटना में दो जवान घायल हो गए, जिन्हें बेहतर उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। वहीं इलाके में सर्चिंग शुरू कर दिया गया है।
बता दें कि थाना मालेवाही क्षेत्र में गुरुवार की सुबह सीआरपीएफ 195 वाहिनी के जवान मुख्यालय से सातधार व मालेवाही के लिए निकले हुए थे, जवानों के द्वारा एरिया डोमिनेशन करने के लिए जैसे ही सातधार पुल के 800 मीटर आगे नक्सलियों के द्वारा लगाए गए आईडी के चपेट में आने से इंस्पेक्टर दीवान सिंह गुर्जर व आरक्षक आलम मुनेश घायल हो गए, जिन्हें अन्य साथियों की मदद से जिला अस्पताल उपचार के लिए ले जाया गया है। वहीं, जवानों की खराब हालत को देखते हुए उन्हें एयरलिफ्ट करते हुए रायपुर भेजे जाने की तैयारी किया जा रहा है।