रेलवे ने अनियमितताएं और गड़बड़ी रोकने उठाया है महत्वपूर्ण कदम
जबलपुर। ट्रे्नों में चैकिंग करने वाले टीटीई की ड्यूटी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए बायोमेट्रिक साइन सिस्टम लागू करने की मंजूरी दे दी है। इससे देश के सभी हिस्सों में टीटीई को अब ड्यूटी शुरू करने और समाप्त करने बायोमेट्रिक साइन करने होंगे।
रेलवे ने टिकट चेकिंग स्टाफ (टीटीइ) की ड्यूटी प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। रेलवे बोर्ड ने टीटीइ लॉबी में बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन सिस्टम लागू करने की मंजूरी दे दी है। अब टीटीइ ड्यूटी शुरू और समाप्त करते समय आधार आधारित बायोमेट्रिक साइन इन और साइन आउट करेंगे।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार इस पहल से न केवल कर्मचारियों की वास्तविक उपस्थिति दर्ज होगी, बल्कि ड्यूटी रिकॉर्ड में पारदर्शिता भी सुनिश्चित होगी। इससे ड्यूटी साइन-इन और साइन-आउट की प्रक्रिया तेज, सरल और सुरक्षित हो जाएगी। टीटीइ लॉबी एप्लिकेशन को सी-डैक (केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की वैज्ञानिक संस्था) के पोर्टल से जोड़ा गया है। इस प्रणाली का परीक्षण नई दिल्ली में किया गया, जहां मंतरा, एक्सेस और आइडीएमआइए के तीन प्रमुख ओईएम फिंगरप्रिंट डिवाइस का सफल उपयोग हुआ।
ये सभी डिवाइस यूआईडीएआई-एसटीक्यूसी प्रमाणित हैं। रेलवे का लक्ष्य है कि अगस्त के अंतिम सप्ताह से इस बायोमेट्रिक फीचर को देशभर की सभी टीटीइ लॉबी सर्वरों पर लागू कर दिया जाए। इसके लिए सभी जोनल रेलवे को बायोमेट्रिक डिवाइस की खरीद, स्थापना और कॉन्फिगरेशन के निर्देश जारी किए गए हैं। पारदर्शिता और प्रशासनिक सुधार की दिशा में कदम रेलवे बोर्ड में जनरल मैनेजर पीएमएस सीएल सह का कहना है कि बायोमेट्रिक प्रणाली लागू होने से कर्मचारियों की उपस्थिति पर सटीक निगरानी संभव होगी। इससे ड्यूटी रिकॉर्ड में किसी भी प्रकार की अनियमितता या गड़बड़ी को रोका जा सकेगा। यह कदम रेलवे की डिजिटल इंडिया और स्मार्ट रेलवे पहल को मजबूती देगा और प्रशासनिक कामकाज में भी सुधार लाएगा।