इलेक्ट्रिक रेल इंजिन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का पीएम मोदी ने दाहोद में किया उद्घाटन, जानें इसकी खासियत

दाहोद. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गुजरात के दाहोद में भारतीय रेलवे के लोकोमोटिव निर्माण संयंत्र का उद्घाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने प्लांट से बने पहले इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव को हरी झंडी दिखाई. यह संयंत्र घरेलू उपयोग के साथ-साथ निर्यात के लिए 9000 एचपी इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव्स का निर्माण करेगा, जो भारतीय रेलवे की माल ढुलाई क्षमता को बढ़ाने में मदद करेगा.

दाहोद लोकोमोटिव निर्माण कार्यशाला के उद्घाटन से पहले, पश्चिमी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, विनीत अभिषेक ने इस परियोजना की तीव्र प्रगति पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि दाहोद कार्यशाला की नींव 2022 में रखी गई थी और अब महज तीन वर्षों में यह पूरी तरह से तैयार हो चुकी है. अभिषेक के अनुसार, इस कार्यशाला में हर साल 120 लोकोमोटिव्स का उत्पादन किया जाएगा और भविष्य में मांग के अनुसार इसे 150 यूनिट्स तक बढ़ाया जा सकता है.

पीएम मोदी का गुजरात दौरा 

प्रधानमंत्री मोदी का गुजरात दौरा 26 और 27 मई को होने वाला है, जिसमें वह दाहोद, भुज और गांधीनगर में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे. इन परियोजनाओं की कुल लागत 24,000 करोड़ रुपये से अधिक है. प्रधानमंत्री मोदी इस लोकोमोटिव निर्माण कार्यशाला को राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जिसे 21,405 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. 

इसके साथ ही, पीएम मोदी अहम रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, जिनमें आनंद-गोधरा, मेहसाणा-पालनपुर और राजकोट-हदमतीया रेलवे लाइनों का दोहरीकरण, साबरमती-बोटाड रेलवे लाइन का 107 किलोमीटर विद्युतीकरण और कालोल-कदी-काटोसान रेलवे लाइन का गेज परिवर्तन शामिल है.

10,000 लोगों को देगा रोजगार

यह लोकोमोटिव निर्माण संयंत्र 10,000 लोगों को रोजगार प्रदान करेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा. यहां उत्पादित लोकोमोटिव्स 4600 टन तक माल ढुलाई करने की क्षमता रखते हैं और अगले 10 वर्षों में लगभग 1,200 इंजन बनाने का लक्ष्य रखा गया है.

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