जबलपुर। मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड के प्रबंध संचालक पीएआर् बेंडे ने बताया कि प्रदेश में बढ़ती बिजली मांग की सुचारू सप्लाई हेतु ट्रांसमिशन नेटवर्क मजबूत करने की दृष्टि से 31 दिसंबर 2018 तक कंपनी की अति उच्च दाब सबस्टेशनों की पारेषण क्षमता 59174 एमवीए, अति उच्च दाब सबस्टेशनों की कुल लंबाई 33664.02 सर्किट किलोमीटर एवं अति उच्च दाब सबस्टेशनों की कुल संख्या 360 कर दी गई। इस प्रकार इस वर्ष में ट्रांसफार्मेशन क्षमता में 1985 एमवीए, अति उच्च दाब लाइनों की लंबाई में 1054.61 मिलोमीटर की वृद्धि की गई। ऊर्जा विभाग द्वारा कैलेण्डर वर्ष 2018 हेतु निर्धारित 31 अति उच्च दाब सबस्टेशनों को ऊर्जित करने के लक्ष्य के विरूद्ध 28 सबस्टेशन ऊर्जित किए जा चुके हैं, जो कि एक कीर्तिमान है। इसी प्रकार वर्ष 2019 में भी 31 नए सबस्टेशन बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें 400 केवी के 3, 220 केवी के 8 एवं 132 केवी के 20 सबस्टेशन शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि 5 जनवरी 2019 को प्रदेश में सर्वाधिक मांग 14089 मेगावाट की आपूर्ति प्रात: 9 बजे बिना किसी व्यवधान के की गई। इसी प्रकार प्रदेश में एक दिन में अधिकतम ऊर्जा 265.869 मिलियन यूनिट की आपूर्ति भी 21 नवंबर 2018 के बिना किसी व्यवधान के की गई जो कि प्रदेश में अब तक की सर्वाधिक ऊर्जा आपूर्ति है।
जबलपुर। मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड के प्रबंध संचालक पीएआर् बेंडे ने बताया कि प्रदेश में बढ़ती बिजली मांग की सुचारू सप्लाई हेतु ट्रांसमिशन नेटवर्क मजबूत करने की दृष्टि से 31 दिसंबर 2018 तक कंपनी की अति उच्च दाब सबस्टेशनों की पारेषण क्षमता 59174 एमवीए, अति उच्च दाब सबस्टेशनों की कुल लंबाई 33664.02 सर्किट किलोमीटर एवं अति उच्च दाब सबस्टेशनों की कुल संख्या 360 कर दी गई। इस प्रकार इस वर्ष में ट्रांसफार्मेशन क्षमता में 1985 एमवीए, अति उच्च दाब लाइनों की लंबाई में 1054.61 मिलोमीटर की वृद्धि की गई। ऊर्जा विभाग द्वारा कैलेण्डर वर्ष 2018 हेतु निर्धारित 31 अति उच्च दाब सबस्टेशनों को ऊर्जित करने के लक्ष्य के विरूद्ध 28 सबस्टेशन ऊर्जित किए जा चुके हैं, जो कि एक कीर्तिमान है। इसी प्रकार वर्ष 2019 में भी 31 नए सबस्टेशन बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें 400 केवी के 3, 220 केवी के 8 एवं 132 केवी के 20 सबस्टेशन शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि 5 जनवरी 2019 को प्रदेश में सर्वाधिक मांग 14089 मेगावाट की आपूर्ति प्रात: 9 बजे बिना किसी व्यवधान के की गई। इसी प्रकार प्रदेश में एक दिन में अधिकतम ऊर्जा 265.869 मिलियन यूनिट की आपूर्ति भी 21 नवंबर 2018 के बिना किसी व्यवधान के की गई जो कि प्रदेश में अब तक की सर्वाधिक ऊर्जा आपूर्ति है।